लव पर शेर
इश्क़ पर ये शायरी आपके
लिए एक सबक़ की तरह है, आप इस से इश्क़ में जीने के आदाब भी सीखेंगे और हिज्र-ओ-विसाल को गुज़ारने के तरीक़े भी. ये पहला ऐसा ख़ूबसूरत काव्य-संग्रह है जिसमें इश्क़ के हर रंग, हर भाव और हर एहसास को अभिव्यक्त करने वाले शेरों को जमा किया गया है.आप इन्हें पढ़िए और इश्क़ करने वालों के बीच साझा कीजिए.
और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा
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टैग्ज़ : इश्क़और 7 अन्य
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए
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टैग्ज़ : इश्क़और 6 अन्य
इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया
वर्ना हम भी आदमी थे काम के
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे
इक आग का दरिया है और डूब के जाना है
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का
उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है
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टैग्ज़ : इश्क़और 5 अन्य
एक मुद्दत से तिरी याद भी आई न हमें
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं
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टैग्ज़ : फ़ेमस शायरीऔर 1 अन्य
अच्छा ख़ासा बैठे बैठे गुम हो जाता हूँ
अब मैं अक्सर मैं नहीं रहता तुम हो जाता हूँ
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टैग्ज़ : फ़ेमस शायरीऔर 3 अन्य
होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है
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टैग्ज़ : इश्क़और 7 अन्य
वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगा
मसअला फूल का है फूल किधर जाएगा
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टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
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टैग्ज़ : जुदाईऔर 1 अन्य
इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब'
कि लगाए न लगे और बुझाए न बने
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है
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टैग्ज़ : इश्क़और 5 अन्य
हुआ है तुझ से बिछड़ने के बा'द ये मा'लूम
कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी
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टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
इश्क़ नाज़ुक-मिज़ाज है बेहद
अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता
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टैग्ज़ : इश्क़और 1 अन्य
किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम
तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
दिल धड़कने का सबब याद आया
वो तिरी याद थी अब याद आया
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
करूँगा क्या जो मोहब्बत में हो गया नाकाम
मुझे तो और कोई काम भी नहीं आता
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
कोई समझे तो एक बात कहूँ
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ
मिरी सादगी देख क्या चाहता हूँ
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टैग्ज़ : इक़बाल डेऔर 4 अन्य
ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
तुम को आता है प्यार पर ग़ुस्सा
मुझ को ग़ुस्से पे प्यार आता है
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही
तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं
आज देखा है तुझ को देर के बअ'द
आज का दिन गुज़र न जाए कहीं
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के
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टैग्ज़ : इंतिज़ारऔर 1 अन्य
दिल में किसी के राह किए जा रहा हूँ मैं
कितना हसीं गुनाह किए जा रहा हूँ मैं
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
इश्क़ से तबीअत ने ज़ीस्त का मज़ा पाया
दर्द की दवा पाई दर्द-ए-बे-दवा पाया
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टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
भूले हैं रफ़्ता रफ़्ता उन्हें मुद्दतों में हम
क़िस्तों में ख़ुद-कुशी का मज़ा हम से पूछिए
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टैग्ज़ : इश्क़और 1 अन्य
ऐ दोस्त हम ने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद
महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी कभी
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टैग्ज़ : इश्क़और 1 अन्य
जब भी आता है मिरा नाम तिरे नाम के साथ
जाने क्यूँ लोग मिरे नाम से जल जाते हैं
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ
अब क्या कहें ये क़िस्सा पुराना बहुत हुआ
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टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं
दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं
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टैग्ज़ : इश्क़और 5 अन्य
दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया
जब चली सर्द हवा मैं ने तुझे याद किया
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
चंद कलियाँ नशात की चुन कर मुद्दतों महव-ए-यास रहता हूँ
तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिल कर उदास रहता हूँ
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
इक लफ़्ज़-ए-मोहब्बत का अदना ये फ़साना है
सिमटे तो दिल-ए-आशिक़ फैले तो ज़माना है
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
अब तक दिल-ए-ख़ुश-फ़हम को तुझ से हैं उमीदें
ये आख़िरी शमएँ भी बुझाने के लिए आ
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टैग्ज़ : इश्क़और 2 अन्य
आशिक़ी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ ख़ून-ए-जिगर होते तक
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टैग्ज़ : इश्क़और 1 अन्य
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे
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टैग्ज़ : इश्क़और 4 अन्य
फ़ासले ऐसे भी होंगे ये कभी सोचा न था
सामने बैठा था मेरे और वो मेरा न था
याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ
भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है
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टैग्ज़ : इश्क़और 3 अन्य
आरज़ू है कि तू यहाँ आए
और फिर उम्र भर न जाए कहीं
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टैग्ज़ : आरज़ूऔर 4 अन्य
आख़री हिचकी तिरे ज़ानूँ पे आए
मौत भी मैं शाइराना चाहता हूँ
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टैग्ज़ : इश्क़और 5 अन्य
पूछ लेते वो बस मिज़ाज मिरा
कितना आसान था इलाज मिरा
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टैग्ज़ : अयादतऔर 1 अन्य