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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

हार पर शेर

मैं सच कहूँगी मगर फिर भी हार जाऊँगी

वो झूट बोलेगा और ला-जवाब कर देगा

परवीन शाकिर

पहाड़ काटने वाले ज़मीं से हार गए

इसी ज़मीन में दरिया समाए हैं क्या क्या

यगाना चंगेज़ी

अब के मिली शिकस्त मिरी ओर से मुझे

जितवा दिया गया किसी कमज़ोर से मुझे

चराग़ शर्मा

हम आज राह-ए-तमन्ना में जी को हार आए

दर्द-ओ-ग़म का भरोसा रहा दुनिया का

वहीद क़ुरैशी

दिल सा वहशी कभी क़ाबू में आया यारो

हार कर बैठ गए जाल बिछाने वाले

शहज़ाद अहमद

यरान-ए-बे-बिसात कि हर बाज़ी-ए-हयात

खेले बग़ैर हार गए मात हो गई

हफ़ीज़ जालंधरी

आख़िरी लम्हात में क्या सोचने लगते हो तुम

जीत के नज़दीक कर हार जाया मत करो

अबरार अहमद काशिफ़

बहुत ग़ुरूर था सूरज को अपनी शिद्दत पर

सो एक पल ही सही बादलों से हार गया

क़मर अब्बास क़मर

वो इंतिक़ाम की आतिश थी मेरे सीने में

मिला कोई तो ख़ुद को पछाड़ आया हूँ

जमाल एहसानी

दुश्मन मुझ पर ग़ालिब भी सकता है

हार मिरी मजबूरी भी हो सकती है

बेदिल हैदरी

मैं हार जाता हूँ उन दो उदास आँखों से

मुझे सफ़र का इरादा बदलना पड़ता है

कुलदीप कुमार

आरज़ू-ए-विसाल तेरे लिए

दिल नहीं हारा जान हारी है

रियाज़ शाहिद

ग़म-ए-इश्क़ तुझ से हार गए

जान दे कर भी शर्मसार उठे

ताज भोपाली

होने को इस सफ़र में बहुत राएगाँ हुए

लेकिन हमें शिकस्त का नौहा जानिए

सुल्तान अख़्तर

तुम तो सुन पाए आवाज़-ए-शिकस्त-ए-दिल भी

कुछ हमीं थे कि हरीफ़-ए-ग़म-ए-दुनिया भी हुए

सज्जाद बाक़र रिज़वी

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