तन पर उद्धरण

जिस्म दाग़ा जा सकता है मगर रूह नहीं दाग़ी जा सकती।

जिस तरह जिस्मानी सेहत बरक़रार रखने के लिए कसरत की ज़रूरत है, ठीक उसी तरह ज़हन की सेहत बरक़रार रखने के लिए ज़हनी वरज़िश की ज़रूरत है।
-
टैग्ज़ : ज़हनऔर 1 अन्य

जिस्मानी हिसिय्यात से मुताल्लिक़ चीज़ें ज़्यादा देरपा नहीं होतीं मगर जिन चीज़ों का ताल्लुक़ रूह से होता है, देर तक क़ायम रहती हैं।
-
टैग्ज़ : रूहऔर 1 अन्य