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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

उम्र पर शेर

बे-दिली क्या यूँही दिन गुज़र जाएँगे

सिर्फ़ ज़िंदा रहे हम तो मर जाएँगे

जौन एलिया

मुझ को अता हुआ है ये कैसा लिबास-ए-ज़ीस्त

बढ़ते हैं जिस के चाक बराबर रफ़ू के साथ

शकील जाज़िब

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