इरतिज़ा निशात
ग़ज़ल 3
अशआर 3
कुर्सी है तुम्हारा ये जनाज़ा तो नहीं है
कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
क़यामत की धमकी 'अज़ाबों का डर
ख़ुदा से अभी तक हुआ कुछ नहीं
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
क़यामत की धमकी 'अज़ाबों का डर
अभी तक ख़ुदा से हुआ कुछ नहीं
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए