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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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मिर्ज़ा मायल देहलवी

1866 - 1894 | दिल्ली, भारत

उत्तर-क्लासिकी शायर, दाग़ देहलवी के रंग में शायरी के लिए मशहूर

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मिर्ज़ा मायल देहलवी की ग़ज़लें

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