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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

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बिर्ज लाल रअना

1914 - 1988

अपनी रुबाइयों के लिए मशहूर, नज़्में और ग़ज़लें भी कहीं

अपनी रुबाइयों के लिए मशहूर, नज़्में और ग़ज़लें भी कहीं

बिर्ज लाल रअना की ई-पुस्तक

बिर्ज लाल रअना की पुस्तकें

2

Raanaiyaan

Raanaiyan

1950

बिर्ज लाल रअना पर पुस्तकें

1

Rubaiyat

Rubaiyat-e-Rana

1950

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